यहां मरने के बाद शव को पहनाए जाते हैं नए कपड़े फिर किया जाता है ये काम, हैरान रह जाओगे जानकर
जयपुर, दुनिया में जब किसी इंसान की मौत हो जाती है तो उसका अंतिम संस्कार कर दिया जाता है। हालांकि अंतिम संस्कार करने की प्रक्रिया हर धर्म के लोगों की अलग अलग तरह की होती है। जहां हिंदू धर्म के लोग इंसान कि मौत होने पर उसे जला देते है तो मुस्लिम समुदाय के लोग उसे दफना देते है। कई सारे ऐसे भी धर्म है।
जो शव को जंगली जानवरों के लिए जंगल में डाल देते है। लेकिन आज आपको एक ऐसी जगह के बारे में बता रहे है. जिसके बारे मे जानकर हर कोई हैरान रह जाता है। यहां पर इंसान के मरने के बाद उसके शव को ना तो जलाया जाता है और ना ही उसे दफनया जाता है।
इन लोगों का मानना है कि मरने के बाद भी इंसान की आत्मा वहीं रहती है। जिसके चलते यह लोग शव को अपने पास ही रखते हैं। दरअसल ऐसा इंडोनेशिया में होता है। जी हां, इंडोनेशिया में एक ऐसा समाज है, जहां मरने के बाद लोगों को दफनाया नहीं जाता है। यहां लोगों की डेड बॉडी को मरने के बाद भी उनके परिजन साथ रखते हैं।
इन लोगों का सौचना है कि मरन के बाद इनके अपने उनके साथ ही रहना पसंद करते है। चौक जाओगे आप यह जानकर की यह लोग शव को राजाना कपड़े भी बदलवाते है। और उन्हं पानी के छीटें देकर स्नान भी करवाते है।
दक्षिण सुलावेसी के पहाड़ों पर रहने वाले तोराजा जनजाति के लोग परिवार के किसी सदस्य की मौत के बाद शवों को अपने घर में बिल्कुल ऐसे ही रखते हैं जैसे वह पहले रहता था। विशेष मौके पर उनको वही चीज बनाकर उसके पास रखते है। जो उसे पसंद थी.
जयपुर, दुनिया में जब किसी इंसान की मौत हो जाती है तो उसका अंतिम संस्कार कर दिया जाता है। हालांकि अंतिम संस्कार करने की प्रक्रिया हर धर्म के लोगों की अलग अलग तरह की होती है। जहां हिंदू धर्म के लोग इंसान कि मौत होने पर उसे जला देते है तो मुस्लिम समुदाय के लोग उसे दफना देते है। कई सारे ऐसे भी धर्म है।
जो शव को जंगली जानवरों के लिए जंगल में डाल देते है। लेकिन आज आपको एक ऐसी जगह के बारे में बता रहे है. जिसके बारे मे जानकर हर कोई हैरान रह जाता है। यहां पर इंसान के मरने के बाद उसके शव को ना तो जलाया जाता है और ना ही उसे दफनया जाता है।
इन लोगों का मानना है कि मरने के बाद भी इंसान की आत्मा वहीं रहती है। जिसके चलते यह लोग शव को अपने पास ही रखते हैं। दरअसल ऐसा इंडोनेशिया में होता है। जी हां, इंडोनेशिया में एक ऐसा समाज है, जहां मरने के बाद लोगों को दफनाया नहीं जाता है। यहां लोगों की डेड बॉडी को मरने के बाद भी उनके परिजन साथ रखते हैं।
इन लोगों का सौचना है कि मरन के बाद इनके अपने उनके साथ ही रहना पसंद करते है। चौक जाओगे आप यह जानकर की यह लोग शव को राजाना कपड़े भी बदलवाते है। और उन्हं पानी के छीटें देकर स्नान भी करवाते है।
दक्षिण सुलावेसी के पहाड़ों पर रहने वाले तोराजा जनजाति के लोग परिवार के किसी सदस्य की मौत के बाद शवों को अपने घर में बिल्कुल ऐसे ही रखते हैं जैसे वह पहले रहता था। विशेष मौके पर उनको वही चीज बनाकर उसके पास रखते है। जो उसे पसंद थी.
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