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Thursday, 30 May 2019

May 30, 2019

Nokia 6.1 पर 10,000 की छूट, 6,999 में मिल रहा है | Nokia 6.1 Plus full Specification

Nokia 6.1 पर 10,000 की छूट, 6,999 में मिल रहा है


Nokia 6.1 एक ओवरऑल अच्छा फोन है. अब  इसकी कीमत काफी कम हो गई है और इस ऑफर के दौरान इस पर लगभग 10000 रुपये का डिस्काउंट मिल रहा है.

Nokia 6.1 पर 10,000 की छूट, 6,999 में मिल रहा है
Nokia 6.1
Nokia 6.1 पिछले साल अप्रैल में लॉन्च किया गया था. इसे एचएमडी ग्लोबल ने 16,999 रुपये की शुरुआती कीमत के साथ लॉन्च किया था. अब लगभग एक साल के बाद इस स्मार्टफोन की कीमत लगभग 10,000 रुपये कम हो गई है और आप इसे सिर्फ 6,999 रुपये में खरीद सकते हैं. हालांकि यह नोकिया की तरफ से ऑफिशियल प्राइस कट नहीं है और यह छूट फ्लिपकार्ट पर मिल रही है.
इस कीमत पर आम तौर पर एंट्री लेवल से बजट स्मार्टफोन्स मिलते हैं. नोकिया के ही कुछ स्मार्टफोन्स हैं जो इस कीमत पर मिलते है और वो एंट्री लेवल डिवाइस हैं. गौरतलब है कि Nokia 6.1 की ये कीमत 3GB रैम और 32GB इंटर्नल मेमोरी वेरिएंट के लिए है. ऑफर में मिल रही नई कीमत के बाद ये स्मार्टफोन Nokia 3.2 और Nokia 2 जैसे स्मार्टफोन जितना ही सस्ता हो गया है.
Nokia 6.1 ओवरऑल एक अच्छा स्मार्टफोन है. डिजाइन और बिल्ड क्वॉलिटी भी इस स्मार्टफोन की सॉलिड है. यानी अब ये स्मार्टफोन नोकिय के 10 हजार रुपये तक वाले स्मार्टफोन्स में से बेस्ट हो गया है.
Nokia 6.1 के स्पेसिफिकेशन्स की बात करें तो इस स्मार्टफोन में Qualcomm Snapdragon 855 प्रॉसेसर दिया जाएगा. हालांकि ये चिपसेट थोड़ा पुराना है, लेकिन स्टॉक एंड्रॉयड के साथ ये अच्छा काम करता है.
Nokia 6.1 में स्टॉक एंड्रॉयड दिया गया है और इसमें Android Pie का अपडेट मिलेगा. इतना ही नहीं इसमें Android Q का भी सपोर्ट जिया जाएगा. कैमरे के मामले में ये थोड़ा पुराना लगेगा, क्योंकि इसमें एक रियर कैमरा है. हालांकि इस ऑफर वाली कीमत पर ये कैमरा भी ठीक ही है. 16 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा है, जबकि सेल्फी के लिए इसमें 8 मेगापिक्सल का फ्रट कैमरा दिया गया है.Nokia 6.1 के डिजाइन और बिल्ड क्वॉलिटी अच्छी है और मेटल युनिबॉडी का यूज किया गया है. इसके लिए इसमें 6000 एल्यूमिनियम सिरीज दिया गया है जो इसे प्रीमियम बनाता है. कुल मिला कर बात ये है कि ये फोन देखने में कतई 6,999 रुपये का नहीं लगता, बल्कि यह महंगा और प्रीमियम स्मार्टफोन लगता है.
कुछ कमियां भी हैं, इनमें इसकी डिस्प्ले. पुरानी लगती है, क्योंकि अब कंपनी फुल स्क्रीन डिस्प्ले दे रही हैं. लेकिन इसमें बेजल्स हैं और इसमें किसी तरह का नॉच भी नहीं है
May 30, 2019

कैबिनेट मंत्री की सूची 2019

PM Modi Swearing Ceremony: मोदी कैबिनेट में शामिल हुए 57 मंत्री, देखें- पूरी सूची

नई दिल्ली, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रीमंडल का राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह चल रहा है। राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले इस शपथ ग्रहण समारोह में करीब आठ हजार देशी-विदेशी मेहमान मौजूद हैं। इसमें BIMSTEC देशों के राष्ट्राध्यक्षों को प्रमुख रूप से आमंत्रित किया गया है। शपथ ग्रहण से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आवास पर कैबिनेट में शामिल होने वाले मंत्रियों को चर्चा के लिए बुलाया था।

सुबह से ही कैबिनेट में शामिल होने वाले सांसदों को फोन कर सूचित किया जा रहा था। मोदी मंत्रीमंडल में कुल 24 कैबिनेट मंत्री, 09 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 24 राज्य मंत्रियों को पद और गोपनियता की शपथ ली है। यहां देखें- मंत्रीमंडल में शामिल होने वाले सांसदों की पूरी सूची।
मोदी कैबिनेट में शामिल सांसदों की सूचीराजनाथ सिंह ( उत्तर प्रदेश)
अमित शाह (पहली बार) (गुजरात)
नितिन गडकरी (महाराष्ट्र)
सदानंद गौड़ा (कर्नाटक)
निर्मला सीतारमण (राज्यसभा सदस्य) (तमिलनाडु)
राम विलास पासवान (बिहार)
नरेंद्र सिंह तोमर (मध्य प्रदेश)
रविशंकर प्रसाद (बिहार)
हरसिमरत कौर बादल (पंजाब)
थावर चंद गहलोत (राज्यसभा सदस्य) (मध्य प्रदेश)
एस जयशंकर (पहली बार) (दिल्ली)
डॉ. रमेश पोखरियाल (पहली बार) (उत्तराखंड)
अर्जुन मुंडा (पहली बार) (झारखंड)
स्मृति इरानी (उत्तर प्रदेश)
डॉ हर्षवर्धन (दिल्ली)
प्रकाश जावडेकर (राज्य सभा सदस्य) (मध्य प्रदेश)
पीयूष गोयल (राज्य सभा सदस्य) 
धर्मेंद्र प्रधान (राज्य सभा सदस्य)
मुख्तार अब्बास नकवी (राज्य सभा सदस्य) (उत्तर प्रदेश)
प्रहलाद जोशी (पहली बार) (कर्नाटक)
महेंद्र नाथ पांडेय (उत्तर प्रदेश)
अरविंद सावंत (पहली बार) (महाराष्ट्र)
गिरिराज सिंह (बिहार)
गजेंद्र सिंह शेखावत (राजस्थान)


राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
संतोष कुमार गंगवार (उत्तर प्रदेश)
राव इंद्रजीत सिंह (हरियाणा)
श्रीपद नाइक (गोवा)
जितेंद्र सिंह (जम्मू कश्मीर)
किरन रिजिजू (अरुणाचल प्रदेश)
प्रहलाद पटेल (पहली बार) (मध्य प्रदेश)
आर के सिंह (बिहार)
हरदीप सिंह पुरी  (पंजाब)
मनसुख मांडविया (गुजरात)
राज्य मंत्री
फग्गन सिंह कुलस्ते (मध्य प्रदेश)
अश्विनी चौबे (बिहार)
अर्जुनराम मेघवाल (राजस्थान)
जनरल वीके सिंह (उत्तर प्रदेश)
कृष्णपाल सिंह गुर्जर (हरियाणा)
राव साहब दानवे (महाराष्ट्र)
जी कृष्ण रेड्डी (पहली बार) (तेलंगना)
पुरुषोत्तम रुपाला (गुजरात)
रामदास आठवले (महाराष्ट्र)(राज्यसभा सदस्य)
साध्वी निरंजन ज्योति (उत्तर प्रदेश)
संजीव बालियान (उत्तर प्रदेश)
बाबुल सुप्रीयो (पश्चिम बंगाल)
संजय शामराव (पहली बार)( महाराष्ट्र)
अनुराग ठाकुर (पहली बार)(हिमाचल प्रदेश)
सुरेश अंगाडी (पहली बार) (कर्नाटक)
नित्यानंद राय (पहली बार) (बिहार)
रतनलाल कटारिया (पहली बार) (हरियाणा)
वी मुरलीधरन (पहली बार)(राज्यसभा) (महाराष्ट्र)
रेणुका सिंह (पहली बार)(छत्तीसगढ़ )
सोम प्रकाश (पहली बार) (पंजाब)
रामेश्वर तेली (पहली बार)(असम)
प्रताप चंद(ओडिशा)
कैलाश चौधरी (पहली बार)(राजस्थान)
देबश्री चौधरी (पहली बार) (पश्चिम बंगाल)

राज्यसभा और लोकसभा का प्रतिनिधित्व 
अब मंत्री परिषद में ऊपरी और निचले सदन के प्रतिनिधित्व की बात करें तो पीएम मोदी को छोड़कर 57 मंत्रियों में 8 राज्यसभा से हैं। 47 लोकसभा से सांसद हैं जबकि एस. जयशंकर और एलजेपी चीफ राम विलास पासवान किसी भी सदन का प्रतिनिधित्व नहीं करते। उन्हें अगले छह महीने के भीतर दोनों में से किसी एक सदन की सदस्यता लेनी होगी।
सुषमा स्वराज भी मंत्री नहीं बनीं
अरुण जेटली के साथ ही सुषमा स्वराज भी इस बार मंत्री नहीं बनीं। बीमारी की वजह से जेटली तो शपथ समारोह में भी शरीक नहीं हुए, जबकि सुषमा राष्ट्रपति भवन पहुंचीं, लेकिन अग्रिम पंक्ति में बैठे सभी नेताओं से मुलाकात के बाद उन्हीं की पंक्ति में बैठीं। सुषमा भी किडनी की बीमारी के बाद से अस्वस्थ रहती हैं। विदिशा से सांसद रहीं सुषमा स्वराज ने इस बार लोस चुनाव भी नहीं लड़ा है। देखना होगा कि वह राज्यसभा सदस्य बनती हैं या नहीं।